परी रानी लौट कर चली गई अपने घर। परी रानी लौट कर चली गई अपने घर।
क्यूँ ना आँखें मूँद कर मना कर देखें। क्यूँ ना आँखें मूँद कर मना कर देखें।
वापसी पर वापसी पर
गोभी का है सुन्दर फूल जाना नहीं टमाटर भूल। गोभी का है सुन्दर फूल जाना नहीं टमाटर भूल।
पर समझने वाला कौन वहाँ कभी बैठे, किस्मत को कोसे, कभी फड़फड़ाते, परों को रोके..... पर समझने वाला कौन वहाँ कभी बैठे, किस्मत को कोसे, कभी फड़फड़ाते, परों को रोके.....
तनिक भी न हम घबराएं दे और शान्त मन परीक्षा, सदा ही पढ़ी और सुनी है हम सबने ही ये शिक्ष तनिक भी न हम घबराएं दे और शान्त मन परीक्षा, सदा ही पढ़ी और सुनी है हम सबने ही...